दरअसल, पाकिस्तान के करांची का रहने वाला शिराज अरशद के 12 साल के बच्चे साहीब का नोएडा में दिल का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन, पाकिस्तान वापस जाने से पहले कोरोना वायरस का कहर बरप गया और दोनों देशों की सीमाएं बद हो गई। लेकिन, सोशल मीडिया पर शिराज अरशद की पहल से उस बच्चे के लिए दोनों देशों की सीमाएं खोल दी गई और पूरा परिवार सकुशल अपने घर पहुंच गया।
साहीब के पिता शिराज अरशद ने एक मीडिया हाउस से बात करते हुए बताया कि नोएडा के एक हॉस्पिटल में उनके बेटे के दिल की सर्जरी हुई थी। उन्होंने बताया कि 19 मार्च को वे अटारी बॉर्डर पर पहुंचे थे। लेकिन, तब तक कोरोना वायरस के कारण सरहदें सील हो चुकी थीं। पाकिस्तान ने भी सरहद में आने की इजाजत नहीं दी। बेटे का ऑपरेशन हाल ही में हुआ था। ऐसे में सीमा पर वो असहाय हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर समस्या साझा की। पाक के टीवी के पत्रकार की पोस्ट पर पर नजर गई और फिर मामला मीडिया में उठा और भारत की मदद ली गई। दोनों ने देशों ने उस मासूम बच्चे के लिए अपनी-अपनी सीमाएं खोल दी और वे सुरक्षित अपने घर पहुंच गए। वहीं, शिराज अरशद ने कहा भारत की इस पहल ने उन्हें दुआओं से लाद दिया।