अभी बीईसीए पर दस्तखत होना बाकी
दरअसल अमरीका से कोई देश तभी अत्याधनिक रक्षा उपकरण या हथियार खरीद सकता है जब कम्युनिकेशंस कमपैटबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट, लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एलईएओए) और बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (बीईसीए) पर समझौते हुए हों। इन्ही तीन समझौतों में से एक कॉमकासा(COMCASA) है। जिस पर आज समझौता हुआ है। इससे पहले साल 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एलईएओए)पर समझौता हो चुका है। यानी अब केवल बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (बीईसीए) पर समझौता होना बाकी है।
भारत को होगा ये फायदा
इस समझौते के बाद भारत अमरीका से अत्याधिक विमान के हार्डवेयर की अदला-बदली हो सकेगी। सी-130 जे, सी-17, पी-81 जैसे आधुनिक विमान हासिल करने में भारत को काफी सहूलियत मिलेगी। इस समझौते से भारत को अमरीका के रूप में सबसे मजबूत रक्षा पार्टनर मिल गया है। इससे पहले अमरीका ने भारत को अपना प्रमुख रक्षा सहयोगी देश बताया था। माना जा रहा है कि इस समझौते के बाद भारत अपने अधिकतर रक्षा उपकरण और हथियार रूस की बजाय अमरीका से ही खरीदेगा।बता दें कि गुरुवार को भारत-अमरीका ने आपसी हितों से जुड़े कई अहम समझौते किए हैं जिससे दोनों देश के रिश्ते और मजबूत होंगे। बैठक में यह भी तय हुआ है कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेगे। इसके अलावा समुद्र और आकाश में आने-जाने की स्वतंत्रता पर बल दिया जाएगा।