बारिश के चलते वहां के कई इलाकों में भूस्खलन
यही नहीं भारी बारिश के चलते वहां के कई इलाकों में भूस्खलन की भी घटना सामने आई है। आपको बता दें कि इस संकट की में भारतीय सेना और असम राइफल्स ने मिलकर करीब 1500 से ज्यादा लोगों की जान बचाई। सेना ने त्रिपुरा के कैलाशनगर, इंदिरानगर, फैटीक्राय, सांटैल, कुमारघाट में करीब 950 लोगों को रेसक्यू किया। इस तरह करीब 2000 लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया गया है।
लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पूर्वोत्तर के असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और नगालैंड में लगातार बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। इस साल मौसम की पहली ही बारिश में असम के डेढ़ लाख और त्रिपुरा के चालीस हजार से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं। भारी बारिश के चलते यहां लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके चलते बिजली और यातायात व्यवस्था ठप हो गई है।
कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
राज्य से मिल रही जानकारी के मुताबिक इस समय इन इलाकों में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। नदियों के उफान पर होने से वहां के कई पुल तबाह हो गए हैं जिससे वहां के आने-जाने वाले रास्ते भी बाधित हो गए हैं। इस वजह से वहां के जरूरी सामान की सप्लाई भी नही हो पा रही है। हालांकि प्रशासन तेजी से राहत पहुंचाने में जुटा है लेकिन हालात इतने खराब हो गए हैं कि इसका ज्यादा असर नहीं दिख रहा। ऐसे में भारतीय सेना की ओर किया गया ये रेसक्यू ऑपरेशन वहां के लिए बड़े राहत से कम नहीं।