रेलवे बोर्ड के चेयरमैन का यह भी कहना है कि इस साल पैसेंजर ट्रेन से होने वाली आमदनी पिछले साल के मुकाबले कम रह सकती है। हालांकि कुल आमदनी को बढ़ाने के लिए खर्चों में कटौती की जा रही है। इस वक्त रेलवे देश में नियमित रूप से 300 से अधिक स्पेशल मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें चला रही है। 12 सितंबर से 80 अतिरिक्त क्लोन ट्रेनें भी चलाई गई हैं। 17 अक्टूबर से प्राइवेट ‘तेजस’ ट्रेनों की सेवा फिर बहाल की जाएगी। इसके अलावा विभिन्न जोन्स को 39 नई ट्रेनों के लिए मंजूरी दी गई है। ये सभी ट्रेनें एसी कोच वाले होंगे।
दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों को देखते हुए भारतीय रेलवे ने फेस्टिव सीजन स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। 20 अक्टूबर से करीब 392 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। ये ट्रेनें कोलकाता, पटना, वाराणसी, लखनऊ आदि जगहों के लिए चलाई जाएंगी। व्यस्ततम रूटों पर ट्रेनों की संख्या ज्यादा रखी जाएगी। इन विशेष ट्रेनों का संचालन 30 नवंबर तक जारी रहेगा।