नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने ट्वीट कर बताया कि महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी बढ़ाने का फैसला अविश्वसनीय और क्रूर है। मुफ्ती ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है जिससे भारत सरकार ( Government India ) द्वारा उनके और हिरासत में लिए गए अन्य लोगों के साथ इस व्यवहार को सही ठहराया जा सके।
देश का 5वां कोरोना मुक्त राज्य बना मिजोरम, एक मात्र मरीज का रिपोर्ट आया निगेटिस उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के दावे करने वाली सरकार द्वारा पीडीपी प्रमुख की नजरबंदी बढ़ाना इस बात का सबूत है कि मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर को दशकों पीछे धकेल दिया है।
पीएसए के तहत हिरासत की अवधि समाप्त होने के कुछ घंटे पहले मंगलवार की रात जम्मू कश्मीर प्रशासन के गृह विभाग ने मुफ्ती की हिरासत बढ़ाए जाने से संबंधित एक संक्षिप्त आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी थी।
बता दें कि पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए के अधिकतर प्रावधान निरस्त किए जाने के बाद 5 अगस्त को मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था। उन्हें दो उप-जेलों में 8 महीने हिरासत में रखने के बाद मुफ्ती को 7 अप्रैल को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया था।
Lockdown 3.0 : अब तमिलनाडु सरकार ने लगाया कोरोना टैक्स, शराब की कीमतों में 15% का इजाफा 5 फरवरी, 2020 को उन पर जन सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई थी। महबूबा की बेटी इल्तिजा ने अपनी मां को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में फरवरी में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। न्यायालय ने सुनवाई के लिए 18 मार्च की तारीख तय की थी लेकिन कोरोना वायरस फैलने के चलते सुनवाई नहीं हो पाई।