घाटी में दहशतगर्द अपने नापाक मंसूबों के साथ सुरक्षाबलों से भिड़ रहे हैं, लेकिन सुरक्षाबल आतंकियों को करारा जवाब दे रहे हैं। शनिवार को पुलवामा में सुरक्षाबलों ने चार आतंकी ढेर कर दिए थे। चारों आतंकी जैश-ए-मौहम्मद इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोग और सुरक्षाबलों के बीच झड़प भी हुई। जिसमें 16 नागरिक घायल हो गए। इससे पहले शुक्रवार को पुलवामा जिले के ही अवंतिपोरा में हुए एनकाउंटर में एक आतंकवादी मारा गया था, जबकि इसके दो साथी भाग गए थे। बता दें कि इस साल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन ऑल आउट के तहत अभी तक 250 से ज्यादा आतंकवादियों को जमींदोज कर दिया है। मारे गए सबसे ज्यादा आतंकी लश्कर ए तैयबा के हैं, वहीं सबसे अधिक दक्षिण कश्मीर में आतंकी ढेर हुए हैं। घाटी में 24 दिसंबर 2018 तक 257 आतंकी मारे जा चुके हैं, जो कि 2017 के मुकाबले काफी ज्यादा है। 2017 में जम्मू-कश्मीर में 213 आतंकवादी मारे गए थे। इस साल आतंकियों की मौत के आंकड़े में इजाफा होने की बड़ी वजह ये भी है कि सेना कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में घुस-घुसकर आतंकियों का सफाया कर रही है। इनमें स्थानीय आतंकियों को भी मौत के घाट उतारा जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 50 से ज्यादा आतंकियों को गिरफ्तार करने में भी कामयाबी मिली है। बता दें कि इस साल मारे गए 250 से ज्यादा आतंकियों में कई बड़े आतंकियों का नाम भी शामिल हैं। इनमें अबु मतीन, अबु हमास, समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर, सद्दाम पड्डार, अबु कासिम, अबु माविया, मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू, सब्जार अहमद सोफी, जावेद नट और जहूर अहमद ठोकार जैसे आतंकी एनकाउंटर में मारे गए। हालांकि इन सबके बीच जाकिर मूसा की तलाश में सुरक्षाबल अभी भी लगे हुए हैं।