वैसे हर बार मंदिर में आयोजित होने वाले कृृष्ण जन्मोत्स्व में एक मंदिर में अधिकतम एक से डेढ़ लाख लोग शामिल हो पाते हैं, लेकिन इस बार वर्चुअल सेलिब्रेशन के जरिए इस्कॉन ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ना चाहता है। इसलिए खास प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है। जिससे दुनियाभर में करीब एक करोड़ लोग इससे जुड़ सके। कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए बड़े पैमाने पर भारत सहित अन्य देशों में प्रचार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पहली बार अमेरिका, रशिया में बसे इस्कॉन के भक्त वर्चुअल सेलिब्रेशन के जरिए भारतीय भक्तों की प्रस्तुतियां देख सकेंगे। वहीं भारतीय भी विदेशों में मनाई जाने वाली पूजा को देख सकेंगे।