मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और उनका मंत्रिपरिषद, मेघालय हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस हमरसन सिंह थंगखीव, मुख्य सचिव पी.एस. थंगखीव और कई सरकारी अधिकारीगण शपथ ग्रह समारोह में उपस्थि थे। राजसथान के चुरू में जन्मे रफीक ने 1984 में अपनी लॉ प्रैक्टिस शुरू की थी। उन्होंने कानून की लगभग सभी शाखाओं में राजस्थान हाईकोर्ट में विशेष रूप से प्रैक्टिस की। उन्होंने 1999 से 2006 तक एक वकील के रूप में कार्य किया।
उन्हें भारतीय संविधान, सेवा, भूमि अधिग्रहण, कर और कंपनी कानून मामलों के विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। 2008 में, उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त किया गया। रफीक ने दो बार राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया।