सुप्रीम कोर्ट में इलेक्टोरल बॉन्ड पर आज होगी सुनवाई, EC ने जताई पारदर्शिता प्रभावित होने की आशंका राष्ट्रपति ले सकते हैं अंतिम फैसला केंद्रीय चुनाव आयोग ने पत्रिका’ को बताया है कि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सूचित की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संवैधानिक पद होने की वजह से चुनाव आयोग सीधे राज्यपाल के खिलाफ इस मामले में कार्रवाई नहीं कर सकता है। चुनाव आयोग किसी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी को भी राज्यपाल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नहीं कह सकता। इस मामले में राष्ट्रपति ही अंतिम फैसला ले सकते हैं। राष्ट्रपति चाहें तो आचार संहिता उल्लंघन के इस मामले में राज्यपाल को अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए उनको राहत भी दे सकते हैं।
राहुल गांधी आज जारी करेंगे कांग्रेस का घोषणा पत्र, इन योजनाओं का कर सकते हैं ऐलान जानें क्या है पूरा मामला? दरअसल, कुछ दिनों पहले राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह अलीगढ़ दौरे पर थे। इसी दौरान अलीगढ़ में भाजपा ने सतीश गौतम को वहां का प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके विरोध में कुछ लोगों ने राज पैलेस आवास पर पहुंकर राज्यपाल से नाराजगी जताई। दूसरे दिन भी जब कल्याण सिंह शहर में निकले तो लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और सतीश गौतम को टिकट दिए जाने का विरोध किया। इस पर कल्याण सिंह ने लोगों को समझाते हुए कहा कि नेतृत्व का निर्णय सर्वमान्य होना चाहिए। मोदी जी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाना है इसलिए नाराजगी छोड़ दो। उनके इसी बयान को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन मान लिया है, जिससे उनके सामने नई मुसीबत उठ खड़ी हुई है।