कर्नाटक पुलिस के मुताबिक खदान में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान इंजीनियर उमाकांत, सिक्योरिटी गार्ड महेश, बिलिंग क्लर्क मुरली, कंप्यूटर ऑपरेटर गंगाधर और एक अन्य की अभि के रूप में की गई है। मारे गए सभी लोग चिक्कबल्लापुर में श्री भ्रामरावासिनी स्टोन क्रेशर प्लांट में काम करते थे।
बता दें कि हिरेनागवली, चिक्कबल्लापुर जिले में चिक्कबल्लापुर तालुक का एक छोटा सा गांव है। यह बेंगलुरू से 86 किमी की दूरी पर स्थित है। पुलिस महानिरीक्षक (सेंट्रल रेंज) एम चंद्रशेखर ने मीडिया से चर्चा कि जिस खदान में यह घटना हुई है, उसका निरीक्षण पिछले एक पखवाड़े में दो बार चिक्कबल्लापुर के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीम कर चुकी है।
उन्होंने कहा, “बीते 6 फरवरी को पुलिस ने एक तलाशी अभियान चलाया था और इस धमाके के होने के सिर्फ 24 घंटे पहले ही हमारी स्पेशल टीम ने तथ्यों की सत्यता जांचने के लिए इस तलाशी अभियान का संचालन किया था, लेकिन टीम के वहां से निकलते ही यह धमाका हुआ।”
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “कर्नाटक चिक्कबल्लापुर में हुए हादसे से दुखी हूं। मृतकों के परिवारजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं।”
जबकि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने मामले पर शोक जताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।