राज्य के सभी जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। लेकिन, चार जिलों में सबसे ज्यादा तबाही मची हुई है। एर्नाकुलम, त्रिशूर, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम जिलों में बीती रात जोरदार बारिश घरों और सड़कों पर पानी भर गया है। मलप्पुरम और कोझीकोड को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें जल भराव के कारण बंद हैं। वहीं,
वायनाड में लैंड स्लाइड होने से दो लोगों की मौत हो गई है।
बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का काम जारी है। वहीं, कोच्चि हवाई अड्डे पर जमलजमाव के कारण 11 अगस्त तक सभी विमानों का परिचालन रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि केरल में बाढ़ से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
कहीं रेड अलर्ट, तो कहीं ऑरेंज अलर्ट जारी मौसम विभाग ने केरल के इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि त्रिशूर, पलक्कड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा तटीय इलाकों में पश्चिम दिशा की ओर से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है। साथ ही मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 22,165 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं, बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 315 कैंप स्थापित किए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने आज सभी स्कूलों को बंद कर दिया है। वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।