ग्रामीण अर्थव्यवस्था के जानकारों के अनुसार मानसून (Monsoon) के अच्छे रहने और श्रमिकों की पर्याप्त उपलब्धता खेती के लिए अच्छा संकेत है। इसी के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural economy) को उबरने में मदद मिलेगी।
लॉकडाउन के दौरान महज खरीफ फसलों की बुवाई ही नहीं बाकी चीजों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। किसानों ने इस साल 168.47 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुवाई की है। जबकि पिछले वर्ष 142.06 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की बुवाई हुई थी। इस तरह रकबे में 18.59 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली। दलहन की खेती में भी इस साल बढ़ोत्तरी हुई है। इस बार 81.66 लाख हेक्टेयर में खेती की गई है। जबकि पिछले साल 61.70 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी।