नई दिल्लीPublished: Mar 22, 2021 01:32:44 pm
विकास गुप्ता
कोरोना महामारी ने लॉकडाउन के दौरान हर किसी को जिंदगी जीने के नजरिये को प्रभावित जरूर किया है। ऐसी ही लॉकडाउन की पांच कहानियां जो प्रेरणा देती हैं...
कोरोना ही नहीं हर मुश्किल वक्त के लिए बचत जरूरी
कोरोना की शुरुआत बड़ी डरावनी थी। सबसे बड़ा डर तो कोरोना संक्रमित होने का था, जो न शारीरिक बल्कि आर्थिक, मानसिक तौर पर प्रभावित करने में सक्षम था। दो चुनौतियां थीं। पहली ऑनलाइन काम करके नौकरी सुरक्षित रखना। दूसरा घर के लोगों की डिमांड के हिसाब से खाना तैयार करना। समय प्रबंधन सीखा। यह भी समझ आया कि रेस्टोरेंट के खाने से बेहतर खाना घर में बनाया जा सकता है। जब लॉकडाउन में सासू मां कोरोना पॉजिटिव हुईं, बड़ा ही कड़वा अनुभव रहा। सभी होम क्वॉरंटीन थे। उस दौरान सीमित संसाधनों में अपना काम चलाया। उस समय समझ में आया कि बचत सिर्फ कोरोना ही नहीं हर मुश्किल वक्त के लिए जरूरी है।
कृष्णा त्रिवेदी, नौकरीपेशा, अहमदाबाद