नई दिल्ली। कोरोना (Coronavirus) की जंग से निपटने के लिए देश के पास अभी सिर्फ लॉकडाउन (Lockdown) ही एक विकल्प है। इसलिए लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है, लेकिन इस मुश्किल घड़ी में आखिर वो लोग क्या करें जो घर से दूर रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे शहरों में रह रहे थे। उनके पास न तो छत है और न ही पैसे। ऐसे में लॉकडाउन में सारी चीजें बंद होने से उन्हें लौटने की समस्या हो गई। कई लोग तो भूखे प्यासे ही सैकड़ों मील की दूरी पैदल ही तय कर रहे हैं। तभी प्रयागराज और दूसरी जगहों से मिली कुछ खबरों ने सबको भावुक (emotional) कर दिया।
दरअसल भूखे-प्यासे घर की ओर चल रहे मजदूरों को रास्ते में खाना तक नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में जैसे ही वे प्रयागराज पहुंचे तो उन्होंने चैन की सांस ली। यहां खुद पुलिसवाले अपने हाथों से खाना बनाकर बांट रहे थे। ये देख कई मजदूरों ने कहा कि उनके लिए पुलिसवाले किसी फरिश्ते से कम नहीं है। इसी तरह संभल जिले के थाना बनियाठेर गेट पर तीन युवक मथुरा से पैदल चलकर रामपुर जा रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें खाने के लिए बिस्कुट उपलब्ध कराया। यह देख उनमें से एक युवक फफक कर रो पड़ा। दरअसल उसके लिए ये महज एक बिस्कुट का पैकेट नहीं बल्कि जीने की उम्मीद थी।
गरीबों में खाना बांटने के दौरान एक अधिकारी ने बताया कि सभी थानाध्यक्षों और पुलिस की गाड़ियों को सूचित किया गया है कि कहीं भी भूखा व्यक्ति मिलता है तो एनजीओ की मदद से या फिर अपने स्तर पर उनकी मदद करें। यदि कोई संस्था गरीबों को भोजन मुहैया कराना चाहती है तो वे पुलिस के 112 नंबर को डायल कर सकते हैं। मालूम हो कि लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कुछ कंपनियों को आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की व्यवस्था करने को कहा है।
Home / Miscellenous India / Lockdown : मीलों के सफर में मिले एक बिस्किट के पैकेट ने युवक को किया भावुक, फफक कर रोया