नई दिल्ली। बॉलीवुड स्टार सलमान खान को रियो ओलंपिक 2016 का गुडविल एंबेसडर बनाने का विरोध तेज होता जा रहा है। पहलवान योगेश्वर दत्त के बाद फ्लाइंग सिख भी सलमान खान को गुडविल एंबेसडर बनाने के विरोध में उतर आए हैं। 85 वर्षीय मिल्खा सिंह ने कहा कि सलमान खान की जगह किसी और को चुना जाना बेहतर होता। हालांकि उन्होंने साफ किया कि वह सलमान खान को लेकर निजी तौर पर विरोध नहीं कर रहे है। मिल्खा सिंह ने कहा,मेरे विचार में शूटिंग,एथलीट,वॉलीबॉल या फिर अन्य किसी खेल से जुड़े खिलाड़ी भारत के असल एंबेसडर हैं। ये ही भारत का ओलंपिक में प्रतिनिधित्व करते हैं। फिर भी अगर हमें कोई एंबेसडर चुनना था तो खेल जगत से ही चुना जा सकता था। भारतीय ओलंपिक संघ ने बॉलीवुड स्टार को खेल के समारोह में प्रतिनिध बनाकर भेज दिया,ये गलत है। क्या वे किसी खिलाड़ी को बॉलीवुड के कार्यक्रम के लिए एंबेसडर बनाकर भेजेंगे। सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। आईओए को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए। अगर किसी को इस तरह के समारोह में भेजना था तो पीटी उषा,राज्यवर्धन सिंह राठौड़ अजीत पाल जैसे खिलाड़ी थे। दिल्ली के ओलंपिक भवन में गुडविल एंबेसडर के तौर पर सलमान खान के नाम की घोषणा हुई थी। सलमान के नाम की घोषणा हॉकी कप्तान सरदार सिंह,रितु रानी, महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और महिला टेबल टेनिस प्लेयर मणिका बा की मौजूदगी में हुई थी। गौरतलब है कि सलमान खान अपनी आगामी फिल्म सुल्तान में एक पहलवान का किरदार निभा रहे हैं। लंंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त ने विरोध किया। योगेश्वर ने ट्वीट किया था,पीटी उषा,मिल्खा सिंह जैसे बड़े स्पोर्टस स्टार हैं भारत में,जिन्होंने कठिन समय में देश के लिए मेहनत की थी। खेल के क्षेत्र में इस एंबेसडर ने आखिर किया क्या है। 33 साल के योगेश्वर दत्त ने कहा कि ओलंपिक फिल्म प्रमोशन की जगह नहीं है। एंबेसडर का क्या काम होता है कोई मुझे बता सकता है क्या? क्यों पागल बना रहे हो देश की जनता को। आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने कहा कि सलमान खान ने गुडविल एंबेसडर बनने के लिए एक भी पैसा नहीं लिया है। जो योगश्वर ने कहा,वह उनका निजी विचार है। मेरे दृष्टिकोण में इससे ओलंपिक खेलों के लिए जागरुकता पैदा करने में काफी मदद मिलेगी। जब सलमान खान कुछ कहेंगे तो लाखों करोड़ों लोग उनकी बात को ध्यान से सुनेंगे।