नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “”स्वच्छ भारत“” मिशन का कामकाज देख रही भारतीय प्रशासिनक सेवा के अधिकारी विजय लक्ष्मी जोशी के अचानक स्वेच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) मांगने पर आम आदमी पार्टी ने (आप) केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह अभियान अब “”नौकरशाही में सफाई करने का मिशन“” नजर आने लगा है। पार्टी के नेता आशुतोष ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह नौकरशाहों के पीछे पड़ गई है। आशुतोष ने अपने ट्वीट में कहा “” एक और वरिष्ठ नौकरशाह, एक और वीआरएस, अब विजय लक्ष्मी जोशी, यह क्या हो रहा है। यही रफ्तार रही तो क्या सरकार में कोई नौकरशाह बचेगा। कुछ माह पहले गैमलिन का मामला आने पर नौकरशाहों का संघ बहुत सक्रिय हो गया था। अब एक के बाद एक नौकरशाह जा रहा है, संघ कहां है।”” ?????? ???? ?? ???? ??? ??? ? ???? ???? ???? ???? ??, ???????????? ?? ?? ???? ?? ????? ?— ashutosh (@ashutosh83B) September 3, 2015आप नेता ने कहा कि मोदी के लोकलुभावने अभियान “” स्वच्छ भारत”” मजाक रह गया है। स्वच्छ भारत अभियान की अवधारणा अब स्पष्ट हो गयी है , वे पूरी नौकरशाही को साफ करना चाहते हैं, देश को नहीं। वर्ष 1980 के अधिकारी जोशी ने केन्द्र को वीआरएस के लिए चिटी लिखी है। इससे पहले गृह सचिव एल सी गोयल के वीआरएस की इच्छा व्यक्त करने पर उन्हें हटा दिया गया था। हालांकि बाद में सरकार ने उन्हें भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ( इटपो) का अध्यक्ष- प्रबंध निदेशक बना दिया।Another senior IAS. Another VRS. Now Vijay Luxmi Joshi. What is happening?With this speed will there be any IAS officer left in Govt?— ashutosh (@ashutosh83B) September 3, 2015