जानिए पुलिस-सुरक्षा बलों का बयान सबसे पहले तो जान लीजिए पुलिस का बयान। जम्मू के पुलिस अधीक्षक डॉ. विवेक गुप्ता के मुताबिक शनिवार सुबह मुर्फाद शाह (26) नामक युवक 10:13 बजे तेज रफ्तार एक्सयूवी में सवार होकर आया और उसकी गाड़ी डॉ. फारूक अब्दुल्ला के घर के दरवाजे से जा टकराई। इसके बाद युवक ने उनके घर में घुसने का जबरन प्रयास किया और चेतावनी दिए जाने पर भी जब उसने सुरक्षाबलों की बात न मानी तो वहां तैनात जवानों ने उस पर गोली चलाई और उसकी मौत हो गई।
यहां एक बात दिलचस्प है कि सुरक्षाबलों ने जिस सुरक्षा की वजह से गोली मारी थी, उस दौरान आवास में न तो डॉ. अब्दुल्ला थे और न ही उनके बेटे ओमर अब्दुल्ला। कौन था मुर्फाद शाह?
मुर्फाद शाह के परिजन पुंछ जिले में मौजूद मेंधड़ तहसील के निवासी हैं। तकरीबन 1990 में यह परिवार जम्मू आकर रहने लगा था। मुर्फाद के पिता स्टेट फॉरेस्ट कॉर्पोरेशन में काम करते हैं। मुर्फाद ग्रेजुएशन कर रहा था और दूसरे वर्ष में था। पढ़ाई के अलावा वो सुबह नमाज पढ़ने के बाद जिम जाता था। अपने पारिवारिक काम में भी हाथ बंटाता था। परिवार के लोग बंदूक बेचने का काम करते हैं, जिसमें मुर्फाद भी मदद करता था।
मुर्फाद की मौत से जुड़े 7 बड़े सवाल?