नई दिल्ली। मिशन चंद्रयान 2 को लेकर अब उम्मीदें खत्म होती जा रही है। काफी कोशिशों के बावजूद ISRO का विक्रम लैंडर से संपर्क नहीं हो सका है। अगर अगले दो दिनों में विक्रम से संपर्क स्थापित नहीं हुआ तो यह मिशन खत्म हो जाएगा। क्योंकि, चांद पर रात होने लगी है। हालांकि, कयास लगाया जा रहा था कि 17 जून को नासा विक्रम लैंडर की तस्वीर भेज सकता है। लेकिन, नासा को भी कामयाबी नहीं मिली।
मिशन में सफलता नहीं मिलने के बाद अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि उसके ऑर्बिटर में लगे कैमरे की पहुंच से विक्रम लैंडर बाहर है। लिहाजा, काफी कोशिश के बावजूद भी नासा अपने मिशन में कामयाब नहीं सका। गौरतलब है कि नासा का लूनर रिकॉस्सेंस ऑर्बिटर पिछले 10 सालों से चांद के चक्कर काट रहा है। वह मंलगवार को उस साउट से गुजरा जहां लैंडर तिरछा पड़ा हुआ है।
पढ़ें- अब विक्रम लैंडर से संपर्क की उम्मीद खत्म, चांद पर हो रही है शाम! नासा के अधिकारी ए हंदल ने कहा कि लूनर रिकॉस्सेंस ऑर्बिटर कैमरा विक्रम लैंडिंग साइट के आसपास की तस्वीरें खींची हैं, लेकिन लैंडर के सही स्थान का का पता नहीं चल पाया है। हो सकता है कि लैंडर का स्थान कैमरे के क्षेत्र से बाहर हो। अब अगले दो दिन में विक्रम से संपर्क स्थापित नहीं हुआ तो ISRO दोबारा उसे संपर्क नहीं साध पाएगा।