BIG NEWS: कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के बीच भाजपा सरकार का बड़ा फैसला, कर्मचारियों की तनख्वाह दोगुनी राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि कई महिलाएं ई-मेल आदि करना नहीं जानती हैं और उनके लिए व्हाट्सअप करना आसान होता है। इसलिए आयोग ने यह पहल की है।
उन्होंने कहा कि यह हेल्पलाइन स्थाई सुविधा है और खासकर लॉकडाउन की अवधि के लिए शुरू की गई है। दरअसल, 25 मार्च से लॉकडाउन होने के बाद महिला आयोग को घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की शिकायत आ रही है।
रेखा शर्मा ने बताया कि एनसीडब्ल्यू को पिछले 18 दिनों में घरेलू हिंसा के 123 मामले मिल चुके हैं। आयोग का कहना है कि यह मामले लॉकडाउन के दौरान दर्ज हुए हैं। शर्मा का कहना है कि महिला की ओर से नंबर पर मदद का संदेश मिलते ही आयोग का शिकायत और विधि सेल द्वारा उससे संपर्क किया जाएगा। महिला से संपर्क कर उसका पता और वह किस तरह की मदद चाहती है, यह जानकारी जुटा कर स्थानीय पुलिस से जोड़ा जाएगा। साथ ही एनजीओ और काउंसलर को भी जोड़ा जाएगा।
Coronavirus: सोनिया गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों से कहा- लगता है कि अब और मुश्किलें बढ़ेंगी वहीं, बीते सप्ताह उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि घर में महिलाओं की मारपीट की शिकायतों का आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है क्योंकि कई महिलाएं तो शर्म की वजह से सामने भी नहीं आ रही होंगी। पिटाई करने वालों के हमेशा घर में रहने की वजह से भी बाहर निकलकर औरतें शिकायत नहीं कर पा रही हैं।
उन्होंने कहा कि 24 मार्च से 69 घरेलू हिंसा की शिकायतें आयोग को मिली हैं। 24 मार्च को लॉकडाउन लागू हुआ था। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से भी महिलाएं पुलिस के पास भी नहीं पहुंच पा रही हैं, साथ ही उनको अपने ससुराल वालों का डर भी सता रहा होगा। आयोग को मिलने वाली शिकायतें रोज बढ़ रही हैं। मुझे और मेरे स्टाफ को निजी ईमेल पर भी एक-दो शिकायतें मिली हैं।