दिल्ली में हुए निर्भया कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) ने कुछ ही दिनों में इस कांड के सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उन्हें तिहाड़ ( Tihar Jial ) पहुंचा दिया था, उसी के बाद कानूनी प्रक्रिया शुरु हुई थी, जो 20 मार्च 2020 को अपने आखिरी मुकाम पर पहुंची। अपनी सजा के दौरान इन कैदियों ने जेल में काम भी किया और पैसे भी कमाए।
कनिका कपूर के कोरोना पर खुलासे के बाद कई नेताओं को खुद को किया आइसोलेट, खतरे में है पूर् सीएम की जान जेल की मैनुअल पर नजर दौड़ाएं तो कैदी वहां काम भी कर रहे थे। इस मामले में जेल में बंद तीन कैदियों ने काम करके पैसे भी कमाए थे। अब इनको फांसी दिए जाने के बाद ये पैसे इनके परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
जेल में बंद रहने के दौरान किया ये काम
निर्भया के चारों दोषी अक्षय कुमार, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश कुमार को तिहाड़ जेल में कैद रखा गया था। अपनी सजा के दौरान इन दोषियों ने जेल में काम किया। इस काम के एवज में इनको जेल प्रबंधन की ओर से नियमित भुगतान भी किया गया। ये धनराशि इन दोषियों के नाम से ही जमा भी किए जाते रहे।
जेल प्रशासन के मुताबिक निर्भया के तीन दोषियों ने ही जेल में काम किया और उसे करने के दौरान कुल एक लाख 37 हजार रुपए कमाए थे। आपको बात दें कि दोषी मुकेश ने कोई काम नहीं किया था।
किसके हिस्से आए कितने रुपए
अभी तक जिंदा है निर्भया का एक दोषी, बहुत कम लोग ही देख पाए उसका चेहराइन तीनों ने क्रमश: अक्षय ने 69 हजार रुपये, पवन ने 29 हजार रुपये और विनय ने 39 हजार रुपये कमाए थे।
परिवार को सौंपी जाएंगी सभी चीजें
अब उनके कमाए हुए इन पैसों को उनके परिवार वालों को दिया जाएगा। इसके अलावा जेल में जमा इनके कपड़े और अन्य सामान भी इनके परिवारवालों को सौंपे जाएंगे।
फांसी पर लटकाए जाने से पहले ये सभी 7 साल तीन महीने और 3 दिन से जेल में ही बंद थे, शुक्रवार की सुबह 5.30 बजे इन चारों को एक साथ तिहाड़ की जेल नंबर-3 में फांसी दे दी गई।