नई दिल्ली। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग का कहना है कि यदि कोई देशभक्ति के नारे नहीं लगाना चाहता हैं तो उस आधार पर उसे देशद्रोही घोषित नहीं करना चाहिए। एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा ‘ एक भारतीय के तौर पर मैं गर्व से भारत माता की जय बोलूंगा, लेकिन आप किसी को ऐसा कहने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। असहमत होने के अधिकार पर हम किसी को देशद्रोही नहीं घोषित कर सकते हैं।
ये भी बोले नजीब….
-ओवैसी एक सीनियर लीडर हैं। उनके लिए मेरे मन में सम्मान है। मुझे लगता है कि मुस्लिम समुदाय के लिए इस वक्त शिक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दा है।
-अगर किसी की भावनाएं बीफ खाने से आहत होती हैं तो मैं बीफ नहीं खाना चुनूंगा। फिर भी मैं इस पर प्रतिबंध के पक्ष में भी नहीं हूं।
-जामिया मिलिया के वीसी रहने के दौरान मैं पुलिस को कैंपस में आने की अनुमति सिर्फ तभी दे सकता था जब यूनिवर्सिटी का माहौल संभालने की स्थिति में न रहे।
-मैं कन्हैया से प्रभावित हूं। हालांकि लड़के को अभी और परिपक्व होना है। उन्हें एक योग्य संरक्षक की जरूरत है।
देश में नहीं चलेंगे दो नियम
विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि देश में दो नियम नहीं चलेंगे। जेएनयू में पाक जिन्दाबाद के नारे लगाने वालों को देशद्रोही करार देना और एनआईटी श्रीनगर में उन्हें खुला छोड़ देना नहीं चलेगा। पाक जिन्दाबाद का नारा देश के किसी भी कोने में लगे वह देशद्रोह है। तोगडिय़ा मंगलवार को यहां धर्मरक्षा निधि अर्पण कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उन्होंने कहा कि एनआईटी में एेेसे नारे लगाने वाले छात्रों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
भारत माता की जय बोलने वालों पर लगे गलत केस वापस लिए जाने चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया, वे निलम्बित होने चाहिए। उन्होंने सार्इं बाबा को लेकर शंकराचार्य के बयान पर टिप्पणी से इनकार कर दिया। अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए। यदि मोदी सरकार इसके लिए संसद में कानून बनाती है, तो उत्तरप्रदेश के चुनावों में इसका फायदा मिल जाएगा। तोगडि़या ने कहा कि नरेन्द्र मोदी वचन के पक्के हैं। उन्होंने लम्बे समय तक जो भाषण दिए, उन पर दृढ़ रहकर वे जनता की इच्छा पूरी करेंगे।
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