दंपति ने राष्ट्रपति
रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा है, जिसमें इन्होंने इच्छामृत्यु की मांग की है। जैसे ही ये खबर लोगों तक पहुंची, देखते ही देखते ये जोड़ा सभी जगह सुर्खियों में आ गया। लेकिन दिमाग तो तब चकरा गया जब इस दंपति ने इच्छामृत्यु के लिए कारण बताया। जोड़े की इच्छामृत्यु का कारण जान खुद राष्ट्रपति भी हैरान हो गए।
जोड़े ने अपने पत्र में लिखा कि सेहत का कोई भरोसा नहीं है कि आगे क्या होगा। उन्होंने लिखा कि वे देश और समाज के लिए अब कोई
काम भी नहीं कर सकते। उनकी ज़िंदगी अब सिर्फ एक ही जगह बैठे गुज़र रही है। यही वजह है कि उनकी ज़िंदगी में अब कुछ बचा नहीं है इसलिए वे इच्छामृत्यु चाहते हैं। बता दें कि मुंबई के चरनी रोड निवासी 86 साल के नारायण लवाते जो साल 1989 में ही रिटायर हो गए थे। वे राज्य परिवहन निगम में कार्यरत थे। उनकी पत्नी 79 साल की हैं और वे भी सरकारी स्कूल की प्राध्यापिका के पद से सेवानिवृत्त हो चुकी हैं।
इन जोड़े ने शादी के बाद से ही ये मूड बना लिया था कि वे किसी भी बच्चे को जन्म नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि वे अब किसी भी तरीके से इस धरती पर बोझ नहीं बनना चाहते। इसलिए कपल ने राष्ट्रपति से संवैधानिक रूप से इच्छामृत्यु की मांग की है।