आर्टिकल 370 को लेकर पीएम से नहीं करूंगा बात- उमर अब्दुल्ला ‘इंडिया टुमॉरो: कनवर्सेशंस विद द नेक्स्ट जेनरेशन ऑफ पॉलिटिकल लीडर्स’ नामक किताब के कुछ लेखकों को दिए इंटरव्यू में एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आर्टिकल 370 को लेकर मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए नहीं करेंगे, क्योंकि न तो इसका कोई मतलब है और ना ही कोई फायदा है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि घाटी में जो हुआ वह राजनीति का सबसे खराब रूप हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं जानता हूं कि जो चीज कर रहा हूं वह केवल मतदाताओं को खुश करने की कोशिश हैं। लिहाजा, उसका कोई समाधान नहीं निकलेगा। इसलिए, ऐसा कुछ नहीं करना चाहता। अब्दुल्ला ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति काफी खराब चीज है। इसलिए, जम्मू-कश्मीर में दोबारा आर्टिकल 370 और 35A को बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कुछ नहीं कहूंगा।
जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है- NC उमर अब्दुल्ला ने कहा कि खुद से सच्चे बना रहना बेहद जरूरी है। ना कि भारतीय या कश्मीरी बनें। उन्होंने कहा कि जब घाटी से पांच अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 और 35A को हटाया गया तो कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। इतना ही पूरे राज्य को बंद कर दिया गया। मुझे 232 दिनों तक नजरबंद रखा गया। एनसी नेता ने कहा कि मेरे साथ जो किया गया, उससे मेरा स्वभाव गुस्सैल जरूर हो गया। लेकिन, कश्मीर को आज भी मैं कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा मानता हूं। उन्होंने कहा कि इसे लेकर मेरा कोई ओपिनियन नहीं बदला है। यहां आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां के नेताओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार को लेकर काफी नाराजगी है।