तबलीगी जमात को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जमात का कार्यक्रम पहले भी होता था, लेकिन आज उसे बदनाम किया जा रहा है। ओवैसी ने कहा कि सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो इस समय सत्ता में हैं, बल्कि जमात से नहीं, जिसमें अधिकांश भारतीय नागरिक हैं। लेकिन उनसे इस समय ऐसा व्यवहार नहीं हो रहा है। Aimim मुखिया ने कहा कि वैसे बड़ा कार्यक्रम देश में कई जगहों पर हुए, मगर बदनाम सिर्फ उनको किया जा रहा है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि देश में एयरपोर्ट में स्क्रीनिंग 3 मार्च से शुरू हो गई, फिर भी वे विदेशी कैसे कोरोना वायरस के साथ आकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हो गए, ये सोचने वाली बात है।
ओवैसी ने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि व्हॉट्सऐप मैसेज फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को ना ही रोका जा सकता है और ना ही हराया जा सकता है। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। ना ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। ओवैसी ने साफ कहा कि केवल झूठी खबरें फैला कर देश में मुसलमानों पर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि सरकार ने जो प्रयास किए है वो किसी तरह से हित में नहीं है। लॉकडाउन का फैसला भी सही नहीं था।