प्रधानमंत्री ने जनता के नाम संबोधन में की थी लॉक डाउन की घोषणा चीन से शुरु होकर कोरोना वायरस का क़हर पश्चिमी देशों से होता हुआ भारत में भी पहुंच गया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च की रात से पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉक डाउन की घोषणा कर दी। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जरूरी है कि इसका संक्रमण चक्र तोड़ा जाए। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से यह भी कहा कि इन 21 दिनों के दौरान वे अपने घरों में ही रहें, क्योंकि लॉक डाउन एक तरह से कर्फ्यू जैसा ही होगा।
प्रधानमंत्री ने लॉक डाउन को देश के लिए क्यों बताया था जरूरी? पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस बहुत तेज़ी से दुनिया में फैल रहा है। पहले एक लाख लोग 67 दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उसके बाद अगले एक लाख लोगों में Covid 19 नाम के ख़तरनाक वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि 11 दिनों में हुई। लेकिन अगले एक लाख लोग तो केवल चार दिनों में ही कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। पीएम ने कहा था कि हमारे आज के एक्शन यह तय करेंगे कि कोरोना को हम कितना कम कर सकते हैं। इसलिए देश की जनता को कड़ाई से लॉक डाउन का पालन करना है।
पत्रिका के पोल में सोशल मीडिया यूज़र्स की राय क्या रही? पत्रिका के पोल के जवाब में सोशल मीडिया यूज़र्स ने कोरोना से बचाव के लिए 21 दिनों का लॉक डाउन लागू करने के सरकार के फैसले का प्रचंड समर्थन किया। सबसे ज्यादा समर्थन फेसबुक पोल में देखने को मिला, जहां 99.9 फीसदी लोगों ने लॉक डाउन के फैसले का समर्थन किया, जबकि इसे गलत बताने वालों की संख्या केवल 0.1 प्रतिशत रही। ट्विटर पर भी पीएम मोदी के नेतृत्व में लिए गए लॉक डाउन के फैलने को भारी समर्थन मिला और 91.7 प्रतिशत यूज़र्स ने कहा कि सरकार का फैसला सही था। फ़ैसले को गलत बताने वाले केवल 5.5 फीसदी थे, जबकि 2.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि फैसला गलत था या सही, उन्हें नहीं पता। मोदी सरकार के फैसले का समर्थन करने में इंस्टाग्राम यूज़र्स भी पीछे नहीं रहे और 86 फीसदी ने लॉक डाउन के फैसले का समर्थन किया, जबकि 14 प्रतिशत ने इसे सही फैसला नहीं बताया।