कोरोना वायरस: दिल्ली की मेट्रो व बसों में यात्रियों की संख्या को लेकर लिया ये फैसला आयोग ने इस घटना को अमानवीय करार देते हुए प्रशानसन और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों से रिपोर्ट तलब की है। गौरतलब है कि यह घटना चार दिन पहले की है, इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पहले ही फैल चुकी हैं। इसके बाद खरगोन के प्रशासन को लोगों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश मानवाधिकार आयोग के अधिकारी के अनुसार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने मानसिक रोगी महिला से अमानवीय बर्ताव के मामले में खरगोन के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है।