सबसे अहम रहा कि राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इससे वहां के आम नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए जो भी फैसले हाल में लिए गए हैं, उससे वहां की जनता लाभान्वित होने वाली है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के लोगों के विकास व आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हर समय ततपर है। साथ ही उनकी सहायता के लिए बेहतर बुनियादी सुविधाएं और सामर्थ्य उन्हें उपलब्ध करा रही है।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में आगे कहा कि लोगों के जनादेश में उनकी आकांक्षाएं साफ दिखाई देती हैं। मेरा मानना है कि 130 करोड़ भारतवासी अपने कौशल, प्रतिभा, उद्यम और इनोवेशन के जरिए बहुत बड़े पैमाने पर विकास के और अधिक अवसर पैदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस महान पीढ़ी के लोगों ने हमें आजादी दिलाई, उनके लिए स्वाधीनता, केवल राजनीतिक सत्ता को हासिल करने तक सीमित नहीं थी। उनका उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति के जीवन और समाज की व्यवस्था को बेहतर बनाना भी था।
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राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे विश्वास है कि समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए भारत, अपनी संवेदनशीलता बनाए रखेगा। भारत, अपने आदर्शों पर अटल रहेगा। भारत अपने जीवन मूल्यों को संजोकर रखेगा और साहस की परंपरा को आगे बढ़ाएगा।
मेरी कामना है कि हमारी समावेशी संस्कृति, हमारे आदर्श, हमारी करुणा, हमारी जिज्ञासा और हमारा भाई-चारा सदैव बना रहे और हम सभी, इन जीवन-मूल्यों की छाया में आगे बढ़ते रहें।