भाजपा प्रत्याशी सानबोर शुलई का बड़ा बयान, कहा- ‘NRC लागू होने पर पीएम के सामने कर लूंगा आत्महत्या’ देश को आगे ले जाने में मददगार उन्होंने समाज के दलितों, वंचितों महिलाओं और कमजोर वर्गों के लिए सविंधान समान अधिकार सुनिश्चित करने का काम किया। उन्होंने एक ऐसा संविधान दिया जो आज भी देश को आगे ले जाने में मददगार है। साथ ही सभी वर्गों में मिलकर रहने और देश के लिए काम करने की सीख देता है।
समाज को जाति के बंधनों से मुक्त करना जरूरी बता दें कि डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर असाधारण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। उनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू में सूबेदार रामजी शकपाल एवं भीमाबाई की चौदहवीं संतान के रूप में हुआ था। वह मानते थे वर्गहीन समाज गढ़ने से पहले समाज को जाति के बंधनों से मुक्त करना होगा। वह मानते थे कि समाजवाद के बिना दलित औ मेहनती इंसानों की आर्थिक गुलामी से मुक्ति संभव नहीं है।