इसके तहत शराब व कराधान को अलग-अलग कर दिया जाएगा। वित्त विभाग के तहत छह निदेशालय बनाए जायेंगे। इनमें लाॅटरी,बैंकिंग और इंटरनल आॅडिट जैसे निदेशालय शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने प्रदेश के बडे किसानों से बिजली सब्सिडी छोड़ने की पहल भी की है। बड़े किसान आधी सब्सिडी भी छोड़ सकेंगे। कैबिनेट ने छोटे किसानों को बिजली सब्सिडी को सीधे लाभ के रूप में हस्तांरित करने का भी फैसला किया है। एक ट्यूबवैल पर 48 हजार रुपए सब्सिडी दी जाती है और 14 लाख ट्यूबवैल पर 6200 करोड रूपए सब्सिडी दी जाती है। किसान कम बिजली खर्च करके सब्सिडी में से कुछ हिस्सा अपने लिए बचा भी सकेगा।