दक्षिण से उत्तर तक विरोध प्रदर्शन तमिलनाडु में अय्यप्पा भगवान के अनुयायियों चेन्नई में कोडंबक्कम हाई-वे से महालिंगापुरम श्री अय्यप्पा मंदिर तक प्रदर्शन रैली निकाली। इस दौरान केरल के मंदिर में महिलाओं को प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया गया। इसी तरह कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में भी कोर्ट के फैसले का विरोध किया गया। उधर दक्षिण ही नहीं उत्तर भारत में भी विरोध धीरे-धीरे तेज हो रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में अनुयायियों ने ‘अय्यप्पा नाम जप यात्रा’ निकाली। इसके साथ ही जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया गया। खास बात यह है कि विरोध प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल रहीं।
…इस वजह से नहीं मिलता था महिलाओं को प्रवेश उल्लेखनीय है अब तक सबरीमला मंदिर में 10 से 50 साल की उम्र तक की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती थी। इसके पीछे तर्क दिया जाता था कि महिलाएं इस उम्र में रजःस्वला (मासिक धर्म) के दौर से गुजरती हैं। इसे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जजों की बेंच ने हाल ही में गलत प्रक्रिया करार दिया। हालांकि बेंच में शामिल एकमात्र महिला जस्टिस इंदु मल्होत्रा ने फैसले पर असहमति जाहिर की थी।