जम्मू-कश्मीर में पार्टी अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने बताया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने चार दिनों की यात्रा करने की योजना बनाई थी परन्तु संसद सत्र चलने की वजह से इसकी अवधि घटा कर दो दिन कर दी गई है। वह नौ तथा दस अगस्त को राज्य में रहेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा मानसून सत्र समाप्त होने के बाद राहुल गांधी फिर से राज्य का दौरा करेंगे।
राज्य में धारा 370 और अनुच्छेद 35ए हटने के बाद राहुल गांधी का यह पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए के प्रावधानों को निरस्त करते हुए जम्मू-कश्मीर राज्य को दिया गया विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और राज्य को दो अलग-अलग केन्द्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में बांट दिया था। राज्य के स्थानीय दलों के साथ ही कांग्रेस भी जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापिस दिए जाने की मांग कर रही है। जिस पर मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 28 जुलाई को राज्यसभा में बताया कि स्थिति सामान्य होने पर जम्मू-कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा।
कुछ समय पूर्व पीएम मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में एक बैठक हुई थी जिसमें जम्मू-कश्मीर के स्थानीय राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था। इस बैठक में राज्य के भविष्य को लेकर चर्चा हुई तथा स्थानीय दलों को जल्दी ही चुनाव करवाने का आश्वासन दिया गया था। इसी के मद्देनजर कांग्रेस सहित अन्य सभी दल अपनी रणनीति बनाने में जुट रहे हैं।