सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन (Lockdown) खुलने के बाद जब भी ट्रेनें चलाई जाएंगी उस दौरान संक्रमण न फैले इसलिए ट्रेनों को सैनेटाइज किया जाएगा। ट्रेन को प्रत्येक फेरे के बाद साबुन अथवा सेनेटाइजर स्प्रे से कीटाणु मुक्त किया जाएगा। स्टॉपेज पर टॉयलेट की भी सफाई की जाएगी। प्लान है कि हर दो घंटे में कोच और टायलेट के दरवाजे के हैंडल, रेलिंग और खिड़कियों आदि को सेनेटाइजर स्प्रे (Sanitize) से साफ किया जाए।
इतना ही नहीं स्टेशन के अंदर एंट्री के समय प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग (Thermal Scanning) की जाएगी। जिससे पता चल सके कि किसी में संक्रमण तो नहीं। इसके अलावा यात्रियों का सफर के दौरान मास्क लगाना जरूरी होगा। एक प्रस्ताव यह भी है कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को अभी सफर की अनुमति नहीं दी जाएगी। मालूम हो कि रेलवे ट्रेनों के संचालन के साथ अन्य सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभा रहा है। जिसके तहत लॉकडाउन में फंसे लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए रेलवे आरपीएफ, पुलिस एवं गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ता मिलकर काम कर रहे हैं। इसमें आईआरसीटीसी के बेस किचन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।