दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिव्यांगों के इस्तेमाल के सामान पर जीएसटी लगाने के फैसले को मोदी सरकार की असंवेनशीलता करार दिया है। राहुल ने विकलांगों के इस्तेमाल के सामान को करमुक्त किया जाने की मांग की है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट करके कहा विकलांगों का सहारा व्हीलचेयर और ब्रेल टाइपराइटर पर जीएसटी लगाने के फैसले से एक बार फिर साबित हो गया है कि यह सरकार समाज के सबसे कमजोर तबके के प्रति बेहद असंवेदनशील है। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि कांग्रेस पार्टी सरकार से विकलांगों पर लगने वाले टैक्स को हटाने की मांग की है।
सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचन
वहीं सोशल मीडिया पर भी विकलांगों के सामान पर टैक्स लगाने की आलोचना हो रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट कर सरकार को घेरा। टि्वटर पर एक यूजर प्रक्षित शाह ने इस मुद्दे को उठाने के लिए कांग्रेस को धन्यवाद कहा। उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की। सोशल मीडिया पर #RollbackDisabilityTax हैशटैग से लोग ट्वीट कर सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
दिव्यागों के सभी समान जीएसटी के दायरे में
गौरतलब है कि जीएसटी परिषद ने नेत्रहीन लोगों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले ब्रेल टाइपराइटर और ब्रेल कागज पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है। इसी तरह से जिन लोगों को सुनाई नहीं देता है उनकी कदद करने वाले उपकरण हेयरिंग एड पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी तय किया गया है जबकि व्हील चेयर आदि सामान पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का निर्णय किया गया है।
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