उन्होंने कहा कि कैसे एक आईपीएस अधिकारी को नौकरी के दौरान राजनीतिक भ्रष्टाचार और तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। खासकर बात की हो तो चुनौतियां और भी अधिक बढ़ जाती है।अपनी 17 साल की नौकरी में रूपा ने अपने
काम को शानदार और ईमानदार तरीके से निभाया।
अन्याय के खिलाफ उन्होंने हमेशा से ही अपनी आवाज़ बुलंद रखी और इसका पता हमें इस बात से भी चलता है जब उन्होंने डीआईजी जेल रहते हुए बेंगलूरू की अग्रहारा सेंट्रल जेल में तत्कालीन एआईएडीएमके प्रमुख वी के शशिकला को रिश्वत देकर जेल में वीआईपी सुविधाएं मिलने का मुद्दा उठाया था और तो और रूपा ने इस मुद्दे पर राज्य के जेल महानिदेशक एचएन सत्यनारायण राव को भी दो करोड़ रूपए की रिश्वत में से हिस्सा लिए जाने का आरोप लगाया था। ]
रूपा ने कहा था कि कैसे रिश्वत के दम पर शशिकला जेल में मौज काट रही हैं, उनके अलावा इस जेल में बंद स्टांप घोटाले का मुख्य आरोपी
अब्दुल करीम तेलगी भी जेल में मजे मार रहा है। इस घटना का खुलासा होने के बाद उनका तबादला कर उन्हें रोड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट में भेज दिया गया।
कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कर्नाटक के भाजपा के सांसद प्रताप सिन्हा पर भी अपने फेसबुक पर लिखा था और उनके द्वारा लिखे गए इस पोस्ट को काफी पसंद भी किया गया हालांकि उन्होंने इस पोस्ट को जल्द ही डिलिट कर दिया। उन्होंने सांसद पर अधिकारियों के काम में हस्तक्षेप का आरोप लगाया था।
किसी भी बात से न डरकर अपने निर्णय पर डटे रहने वाली इस वीरंगना का ये भाषण सोशल साइट्स पर अभी काफी धूम मचा रहा है।