scriptरूस साल के अंत तक भारत को कर सकता है पहला S-400 की आपूर्ति, दुश्मन के लिए साबित होगा काल | Russia may supply first S-400 to India by end of the year time will prove to be an enemy | Patrika News

रूस साल के अंत तक भारत को कर सकता है पहला S-400 की आपूर्ति, दुश्मन के लिए साबित होगा काल

Published: Jun 27, 2020 08:18:18 am

भारत S-400 की पांच यूनिट की डील 40 हजार करोड़ में रूस से 2018 में कर चुका है।
रूस से 31 Fighter Zet और T-90 टैंक के कलपुर्जे भी भारत खरीद रहा है।

S- 400 missile system

भारत के रक्षा मंत्री के अनुरोध के बाद रूस S-400 को जल्‍दी देने पर सहमत हुआ।

नई दिल्ली। भारत और चीन ( India and China ) के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर जारी तनाव के बीच रूस ने साल 2020 के अंत तक पहला S-400 एडवांस्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ( Advanced Air Defense Missile System S-400 ) की आपूर्ति करने का भरोसा दिया है। रूसी अखबार Kommersant की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Defence Minister Rajnath Singh ) के अनुरोध के बाद रूस S-400 को भारत को जल्‍दी देने पर सहमत हुआ है।
पहले से तय योजना के मुताबिक यह एडवांस्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम वर्ष 2021 तक मिलने वाला था। लेकिन अब भारत के सुरक्षा ( Indian Security ) खतरों को देखते हुए दिसंबर, 2020 में देने का आश्वासन दिया है।
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रूसी अखबार Kommersant ने बताया है 2024 तक भारत को हर साल एक-एक S-400 एडवांस्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति की जाएगी। इस साल के आखिर तक अगर भारत को यह अत्‍याधुनिक डिफेंस सिस्‍टम ( Defence System ) मिल जाता है तो भारत अगले साल होने वाले रिपब्लिक डे की परेड में S-400 सिस्‍टम का प्रदर्शन कर सकता है।
दूसरी तरफ रक्षा जानकारों का कहा है कि यह डिफेंस सिस्‍टम दुश्‍मन के विमानों और मिसाइलों के लिए काल साबित होगा।

रूस की यात्रा पर गए भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बातचीत के दौरान रूस के उप प्रधानमंत्री युरी इवानोविक बोरिसोव ने हथियारों की जल्‍द आपूर्ति का आश्‍वासन दिया था। बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और रूस ( India and Russia ) के बीच विशेष सहयोग है। रूस ने भरोसा दिया है कि भारत संग किए गए समझौते तेजी से पूरे किए जाएंगे।
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उन्‍होंने कहा कि रूसी उप प्रधानमंत्री से मेरी बातचीत बहुत सकारात्‍मक रही। महामारी की कठिनाइयों के बाद भी हमारे द्विपक्षीय संबंध बने हुए हैं। मुझे भरोसा दिलाया गया है कि जो समझौते किए जा चुके हैं, उन्हें जारी रखा जाएगा। यही नहीं कई मामलों में इनको बहुत कम समय में पूरा किया जाएगा।
बता दें कि भारत और रूस के बीच 2018 में दुनिया के सबसे एडवांस्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम S-400 की डील 5 अरब डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपए में फाइनल हुई थी। भारत ( India ) ने इसकी पांच यूनिट्स खरीदने का करार किया है।
भारत रूस से 31 फाइटर जेट ( Fighter Zet ) खरीद रहा है। भारत ने टी-90 टैंक के महत्‍वपूर्ण कलपुर्जों को लेकर भी रूस से बात की है।

इससे पहले रूस ने कहा था कि वह कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) को देखते हुए वह दिसंबर, 2021 तक S-400 की सप्‍लाई करेगा। फरवरी महीने में रूस के उद्योग मंत्री डेनिस मंतुरोव ने भारत के लिए S-400 बनाने की शुरुआत का ऐलान किया था। भारत और रूस ने नौसेना के लिए तलवार श्रेणी के फ्रीगेट, हेलिकॉप्‍टर के लिए भी डील पर साइन किया है।

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