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इस महोत्सव के दौरान 28 से अधिक कार्यक्रम होंगे। यह जानकारी आयोजकों ने दी। केद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व अन्य संबंधित मंत्रालयों और विज्ञान भारती की ओर से संयुक्त रूप से आईआईएसएफ का आयोजन 2015 से हर साल किया जाता है।
बता दें कि पहला इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव 2015 में दिल्ली में हुआ था। दूसरे साल भी इस महोत्सव का आयोजन दिल्ली में ही हुआ। इसके बाद तीसरे साल चेन्नई और चौथे साल लखनऊ में आईआईएसएफ का आयोजन किया गया।
कोलकाता में होने जा रहा यह आईआईएसएफ का पांचवां संस्करण है, जो पांच नवंबर से लेकर आठ नवंबर तक चलेगा। यह भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति का उत्सव है, जिसमें देश-विदेश के छात्र नवोन्मेषक, शिल्पकार, किसान, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ हिस्सा लेते हैं।
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आयोजकों ने एक बयान में कहा कि आईआईएसएफ-2019 में चार गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की जाएगी। चार दिवसीय इस महोत्सव के पहले दिन खगोल भौतिकी विषय सबसे बड़ा शिक्षण कार्यक्रम होगा।
जिसमें 1,750 से ज्यादा विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। अगले दिन इलेक्ट्रॉनिक्स का सबसे बड़ा शिक्षण कार्यक्रम होगा और इसमें 950 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे ।
सात नवंबर को एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा रेडियो किट असेंबलिंग का रिकॉड बनाने का प्रयास किया जाएगा, जिसमें 400 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। आखिरी दिन मानव गुणसूत्र का सबसे बड़ा मानवीय चित्र बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भी 400 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे।