scriptSuper Anaconda को पछाड़ रेल की पटरियों पर दौड़ा शेषनाग, 2.8 KM लंबी ट्रेन चला रेलवे ने रचा इतिहास | Sheshnag ran on tracks of the rail beating Super Anaconda 2.8 KM long train made history by railways | Patrika News

Super Anaconda को पछाड़ रेल की पटरियों पर दौड़ा शेषनाग, 2.8 KM लंबी ट्रेन चला रेलवे ने रचा इतिहास

locationनई दिल्लीPublished: Jul 03, 2020 11:22:45 am

Submitted by:

Dhirendra

Sheshnag ने नागपुर से कोरबा तक करीब 260 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे में पूरी की।
Super Anaconda तीन लोडेड मालगाड़ियों को जोड़कर बनाई गई थी। सुपर एनाकोंडा की कैटेगरी में दो ट्रेनें थीं।

Sheshnag

शेषनाग ने नागपुर से कोरबा तक करीब 260 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे में पूरी की।

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना का कहर जारी है। दूसरी तरफ भारतीय रेल ( Indian Railway ) की मालगाड़ी देशवासियों के लिए अन्नापूर्णा बनकर सामने आई है। बुधवार को जहां 177 वैगन वाली सुपर एनाकोंडा ( Super Anaconda ) मालगाड़ी ने रफ्तार का नया रिकॉर्ड ( New Record ) बनाया तो गुरुवार को सबसे लंबी ट्रेन शेषनाग ने रेलवे का नया इतिहास रचकर सबको चौंका दिया।
https://twitter.com/RailMinIndia/status/1278663177329229825?ref_src=twsrc%5Etfw
अब शेषनाग ( Sheshnag Train ) ने सुपर एनाकोंडा के बदले देश की सबसे लंबी रेलगाड़ी ( Longest Train of Nation ) बन गई है। शेषनाग 2.8 किलोमीटर लंबी मालगाड़ी है। रेलवे की यह मालगाड़ी गुरुवार को 4 इंजनों के सहारे रेल पटरी पर सरपट दौड़ी। यह अब तक की सबसे लंबी मालगाड़ी है। इस मालगाड़ी में 251 वैगन है। यह नागपुर से सिकंदराबाद ( Nagpur to Secunderabad ) के बीच चल रही है।
PM Narendra Modi पहुंचे लेह, नीमू पोस्ट पर लिया सुरक्षा का जायजा

सबसे लंबी मालगाड़ी शेषनाग ने सुपर एनाकोंडा को पछाड़ दिया है। शेषनाग ट्रेन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ( South East Central Railway ) के नागपुर डिवीजन से कोरबा के बीच चली है। शेषनाग ने करीब 260 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे में पूरी की।
वहीं सुपर एनाकोंडा तीन लोडेड मालगाड़ियों को जोड़कर बनाई गई थी। सुपर एनाकोंडा की कैटेगरी में दो ट्रेनें थीं।

JEE Main और NEET एग्जाम के लिए HRD मंत्री ने बनाया पैनल, स्टूडेंट्स ने कहा – Thank You Sir
यह ट्रेन 30 जून को रायपुर डिवीजन के भिलाई से साउथ ईस्टर्न रेलवे ( South Eastern Railway ) तक चली थी और इसमें 151 वेगन थे। 1.9 किलोमीटर लंबाई थी। यह बिलासपुर डिवीजन के लचकुरा से चक्रधरपुर डिवीजन के राउरकेला तक भी चली थी।
बता दें कि भारतीय रेल ( Indian Rail ) दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे सेवाओं में से एक है। सबसे ज्यादा संख्या में रेलवे का संचालन भारत में ही होता है। प्रतिदिन करोड़ों यात्री रेल से सफर करते हैं। रेल को भारतीय नागरिकों का लाइफलाइन भी माना जाता है। हालांकि कोरोना वायरस संकट के दौर में रेलवे सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो