चुनाव को ध्यान में रखकर दिए जा रहे हैं ऐसे बयान
आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस तरह के विवादास्पद बयान सिर्फ और सिर्फ आगामी आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माल्या के दावे बिल्कुल झूठे हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि माल्या के बयान के आधार पर जेटली को एक आरोपी बनाने की क्या जरूरत है? आगे लिखा गया है कि माल्या एक भगौड़ा है और देश के लोगों का करोड़ों रुपए लेकर भागा है। इस समय लंदन में प्रत्यर्पण मामले का सामना कर रहा है। सामना में जेटली का बचाव करते हुए लिखा गया है कि बैंक माल्या की पेशकश के लिए तैयार नहीं थे इसलिए उन्होंने संसद में जेटली से मुलाकात की और एक सांसद होने के नाते माल्या को संसद परिसर में घूमने का पूरा अधिकार था। इस दौरान यदि दोनों में कोई मुलाकात हुई तो इसमें गलत कुछ भी नहीं है। इसलिए कांग्रेस नेता पीएल पुनिया का जेटली पर यह आरोप एकदम निराधार और हास्यापद है।
माल्या-जेटली की मुलाकात से कांग्रेसियों का फूटा गुस्सा, पुतला फूंककर जताया विरोध..
राहुल गांधी पर खड़े किए सवाल
आपको बता दें कि सामना में पूछा गया है कि काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नीरव मोदी (जो कि एक भगौड़ा है) के एक पारिवारिक कार्यक्रम में मौजूद थे, तो क्या कांग्रेस राहुल गांधी को उनके भागने के लिए दोषी ठहराएगी? कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब यह बात पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पता था तो इतने वर्षों तक चुप क्यों रहा गया? क्यों नहीं उसी वक्त खुलासा किया गया? बता दें कि बीते बुधवार को माल्या ने लंदन से इस बात का खुलासा किया था कि भारत छोड़ने से पहले उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली को बताया था।