डर से भाग खड़े हुए रेल कर्मी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मजदूरों ने खरीक स्टेशन पर खूब हंगामा किया। वे ट्रेन से उतर गए और स्टेशन पर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ करने लगे। मजदूरों की इस हरकत को देखकर रेल कर्मी डर गए और वहां से भाग खड़े हुए। लगभग डेढ़ घंटे बाद मजदूरों को जब ट्रेन के चलने की सूचना मिली, तब जाकर वे शांत हुए।
भूख से परेशान मजदूर मजदूरों का कहना है कि वे परिवार और बच्चों के साथ हैं। भूख से उनका बुरा हाल है। इसके बावजूद ट्रेन पहले नारायणपुर में आधा घंटा रोकी गई। उसके बाद पूरा डेढ़ घंटा खरीक में ट्रेन को रोका गया। ट्रेन बार-बार रोके जाने से सबको परेशानी हो रही है।
संक्रमण के डर से भागे रेलकर्मी रेलकर्मियों ने आरोप लगाया कि मजदूर ने हंगामा करते हुए स्टेशन मास्टर (SM) के कमरे को घेर लिया था। एसएम ने कार्यालय का गेट बंद करके किसी तरह से अपनी जान बचाई। वहीं दूसरी ओर, रेल कर्मी संक्रमण के डर के कारण वहां से भागे। यह देख मजदूरों ने स्टेशन पर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी।
लाइन क्लियर ना होने के कारण रोकी गई ट्रेन नवगछिया स्टेशन अधीक्षक एनके तिवारी के अनुसार- आनंद विहार-पूर्णिया श्रमिक स्पेशल ट्रेन को लाइन क्लियर ना होने के कारण खरीक स्टेशन पर रोका गया था। लेकिन ट्रेन रोकने के कारण मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया। जैसे ही लाइन क्लियर हुई, ट्रेन को खोल दिया गया। इसके अलावा बरौनी के बाद खगड़िया, कटिहार और पूर्णिया में ट्रेन का ठहराव था। नवगछिया में भी ट्रेन आधे घंटे के लिए रुकी। लेकिन सुरक्षा कड़ी होने के कारण यहां किसी ने विरोध नहीं किया।