रामेश्वरम के हैं सभी मछुआरे बताया जा रहा है कि ये सभी मछुआरे रामेश्वरम के हैं और उन्हें कानकेसनतुरई पोर्ट ले जाया गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी मछुआरा संघ के निर्देशक माणिकंदन से बात करने पर पता चला कि श्रीलंकाई नौसैनिकों ने मछुआरों की दो नौकाएं भी जब्त की हैं और कई मछली पकड़ने वाले जाल भी नष्ट कर दिए हैं।
291 भारतीय मछुआरों को छोड़ेगा पाकिस्तान, ऐसे कर गए थे सीमा पार 3000 मछुआरे गए थे कारइनगर के पास.. माणिकंदन ने बताया कि लगभग 3000 मछुआरे कारइनगर के पास लंकन वाटर में मछलियां पकड़ रहे थे। तभी वहां श्रीलंकाई नेवी आ पहुंची और 12 मछुआरों को दो नावों समेत गिरफ्तार कर लिया, वहीं बाकी मछुआरे भागने में कामयाब हो गए।
प्रतिबंधित जाल का इस्तेमाल करने का भी आरोप खबर है कि मछुआरों पर प्रतिबंधित जाल का इस्तेमाल करने का भी आरोप है जिसने उनके देश की समुद्री संपदा को नुकसान पहुंचाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंकाई नौसेना पिछले एक सप्ताह से कच्चातीवू इलाके में कड़ी निगरानी रख रही है और उसने वहां पर मछली पकड़ने वाले सैकड़ों मछुआरों का पीछा किया।
बता दें कि इससे पहले भी ऐसे कई मामले आए हैं जब भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई नौसैनिकों ने गिरफ्तार किया। इसी साल जनवरी में भी श्रीलंका की नौसेना ने तलईमन्नार के पास अपने समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में तमिलनाडु के कई मछुआरों को गिरफ्तार किया था। ये गिरफ्तारियां उस समय हुई हैं जब कुछ दिन पहले ही द्वीप देश ने अपने समुद्री क्षेत्र में विदेशी मछुआरों के मछली पकड़ने पर रोक लगाने वाले एक कठोर विधेयक का प्रस्ताव रखा था।