केंद्रीय जांच एजेंसियां लोन घोटाला करने वाली गुजरात की फार्मा सेक्टर की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक के संचालकों से अहमद पटेल के बेटे और दामाद के संबंधों की जांच कर रही है।
राम जेठमलानी: एक ऐसा वकील जो इंदिरा गांधी के हत्यारों का केस लड़ने की दिखाई थी हिम्मत बायोटेक के संचालकों से संबंधों की जांच कर रही है ईडी बता दें कि फार्मा कंपनी के प्रमोटर संदेसरा बंधुओं ने 14,500 करोड़ का बैंक लोन फ्रॉड किया था। संदेसरा बंधुओं ने स्टर्लिंग बायोटेक के नाम पर 5,383 करोड़ का लोन लिया था।
इस मामले में पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी की टीम ने फैसल पटेल से पूछताछ की थी। केंद्रीय जांच एजेंसियां लोन घोटाला करने वाली गुजरात की फॉर्मा सेक्टर की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक के संचालकों से अहमद पटेल के बेटे और दामाद के संबंधों की जांच कर रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: शिवसेना BJP से कम सीटों पर भी एक साथ चुनाव लड़ने को तैयार क्या है स्टर्लिंग बायोटेक मामला दरअसल, गुजरात में फार्मा क्षेत्र की इस कंपनी का संचालन वड़ोदरा का संदेसरा घराना करता है। आरोप है कि फॉर्मा कंपनी के प्रमोटर संदेसरा बंधुओं नितिन और चेतन तथा दीप्ति संदेसरा ने 14,500 करोड़ रुपए का बैंक लोन फ्रॉड किया था।
लोन का भुगतान न करने पर पकड़े जाने की डर से संदेशरा बंधु देश छोड़कर भाग गया। सरकार उन्हें भगोड़ा घोषित कर चुकी है। गुजरात के संदेसरा बंधु अपनी शानोशौकत के लिए भी जाने जाते थे। कारोबार बढ़ाने की बात कहकर संदेसरा बंधुओं ने स्टर्लिंग बायोटेक के नाम पर 5383 करोड़ का लोन लिया था।
यह लोन आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के समूह ने दिया था। मगर उन्होंने जानबूझकर इसे नहीं चुकाया। बैंकों की शिकायत पर आखिरकार सीबीआई ने अक्टूबर 2017 में फार्मा कंपनी के प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।