उसी रात वह और नीचे गिरकर लगभग 90 फुट पर फंस गया था। आपदा प्रबंधन और शमन विभाग के राजस्व प्रशासन के मुख्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने मंगलवार तड़के संवाददाताओं से कहा कि बोरवेल से बदबू निकलने लगी मेडिकल टीमों ने भी मौत की पुष्टि कर दी। बच्चे का शव सड़ना शुरू हो चुका था, जिसे निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार, बोरवेल और बच्चे को बचाने के लिए पास में खोदे गए गड्ढे को जल्द बंद किया जाएगा।बच्चे को निकालने में अन्य तरकीबें विफल होने के बाद बचाव अभियान की जिम्मेदारी राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने ले ली थी।