इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में इसी हफ्ते एक उच्चस्तरीय बैठक होने वाली है। संभावना जताया जा रहा है कि इसी बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगा। बता दें कि 10 लाख हैंड ग्रेनेड खरीदने में करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे।
पूर्वोत्तर में भारतीय सेना ने की बड़ी स्ट्राइक! दर्जनों कैंपों को किया तबाह
रफाल और बुलेट प्रूफ जैकेट भी खरीद रही है सरकार
आपको बता दें कि सेना को अत्याधुनिक बनाने के लिए सरकार रफाल जैसे घातक लड़ाकू विमान भी खरीद रही है। साथ ही सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट को भी खरीदा जा रहा है। इसके अलावे भारत ने पुलवामा हमले के बाद अमरीका से 700 करोड़ रुपए से अधिक की 75000 सिग सेर असॉल्ट राइफल खरीदने के अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है।
इतना ही नहीं भारत-रूस के ज्वॉइन्ट वेंचर के तहत भारत में ही AK-203 राइफल बनाई जाएंगी। बता दें कि भारत की सामरिक क्षमता धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है, क्योंकि दशकों से भारत ने किसी भी प्रकार के नए आधुनिक शस्त्रों को खरीदने पर ध्यान नहीं दिया।
हालांकि अब जब पड़ोसी देशों के साथ समय-समय पर तनाव देखने को मिलता रहा है तो भारत ने इस ओर ध्यान देना शुरू किया है। भारत ने रफाल जैसे लड़ाकू विमान को फ्रांस से खरीदा है, जिसकी डिलीवरी संभवत: इसी वर्ष सितंबर तक होने की संभावना है।
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