उत्तर-पश्चिम इलाके में रेल की आवाजाही अगले सात दिनों के लिए बंद कर दी गई है। अब भारत के किसी भी इलाके से अगले सात दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत कोई ट्रेन नहीं जा पाएगी। असम में ट्रेन जाने पर रूकावट की वजह बिहार में आई बाढ़ है। बिहार में आई बाढ़ से ट्रेन की पटरियों व पुल की स्थिति काफी खराब हो गई है। जिसकी वजह से उत्तर-पश्चिम भारत जाने वाली ट्रेन का यातायात रोका गया है। गुवाहाटी में पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि ‘ट्रेन की आवाजाही वापिस शुरू करने में अभी कुछ दिन का समय लगेगा। हमें उम्मीद है कि हम कुरेथा और मियांन स्टेशन के बीच पड़ने वाले पुल नंबर-3 को जल्द ही ठीक कर लेंगे। ट्रेन की आवाजाही में रूकावट की वजह से सभी जरूरतों की चीजों की सप्लाई रूक गई है। जिससे सभी चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है।
असम के मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल ने कहा कि हमनें बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए हाई लेवल बैठक की है। हम केंद्र सरकार की मदद से लोगों तक जरूरी सुविधाएं पहुंचा रहे हैं। यह बैठक तब हुई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ पीड़ित इलाकों में लोगों की मदद के लिए 2000 करोड़ का राहत पैकेज ऐलान किया है। इसमें कहा गया कि बाढ़ के कारण करीब 2,210 गांव जलमग्न हैं और 1.23 लाख हेक्टेयर की फसल जलमग्न तथा क्षतिग्रस्त हो गई। अधिकारियों ने 17 जिलों में 488 राहत शिविर एवं वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 90,566 लोग रह रहे हैं। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, पबित्रा वन्यजीव अभयारण्य तथा लौखुआ वन्यजीव अभयाण्य के विशाल वन इलाके भी बाढ़ के पानी से भरे हैं।