केंद्र सरकार इसरो की मदद से इस योजना पर काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके लिए इसरो, आईटीबीपी, बीएसएफ समेत कई सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों की बैठक हो चुकी है।
देश की सीमाओं पर मौजूदा समय में आतंकियों की घुसपैठ और तस्करी सरकार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। घुसपैठ और तस्करी पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार इस योजना को जल्द से जल्द लागू करना चाहती है, ताकी देश की सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हो सकें।
सैटेलाइट के जरिए दिल्ली के कमांड सेंटर को सीमा पर हो रही गतिविधियों की रियल टाइम इमेज मिलेगी। सीमा की स्थिति के बारे में कमांड सेंटर तुरंत वहां मौजूदा सुरक्षाबलों को जानकारी देगा। इसके बाद सुरक्षाबल के जवान सीमा पर हो रही तस्करी और घुसपैठ को रोक सकेंगे।
मौजूदा समय में सीमाओं के संवेदनशील इलाकों में लेजर बीम की मदद ली जा रही है। कुछ इलाकों में लेजर सिस्टम लगा दिया गया है तो कुछ जगहों पर अभी काम जारी है। इसमें सीमा पर लेजर सिस्टम लगाया जाता है। जैसे ही कोई सीमा पार करते वक्त इस किरणों के संपर्क में आता है। वहां लगे अलार्म बज उठते हैं।