मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर यह भूकंप आया। अब तक इस भूकंप के कारण किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। भूकंप के झटके हरियाणा समेत दिल्ली-एनसीआर में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र महेंद्रगढ़, हरियाणा में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था।
क्यों आते हैं भूकंप? जानिए इस प्राकृतिक आपदा की हकीकत जबकि इससे पहले बृहस्पतिवार शाम 6 बजकर 19 मिनट पर दक्षिण-पश्चिमी भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए। 3.3 तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र महाराष्ट्र का पालघर जिला था। यह जमीन से 10 किलोमीटर नीचे आया था।
वहीं, दो दिन पहले यानी मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में अपेक्षाकृत ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप आया। बुधवार रात 10 बजककर 17 मिनट पर घाटी में आए इस भूकंप की तीव्रता 5.6 थी। इस भूकंप के झटके कई सेकेंड तक महसूस किए गए और लोग डरकर अपने घरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप का केंद्र उत्तर-पश्चिमी कश्मीर में श्रीनगर से 118 किलोमीटर दूर जमीन से 80 किलोमीटर नीचे था।
दूसरी तरफ इस सप्ताह की शुरुआत में 5.8 तीव्रता का एक भूकंप पाकिस्तान में आया था। इसके झटके राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई स्थानों पर महसूस किए गए थे। इस सप्ताह सबसे पहले सोमवार दोपहर 3.10 पर हरियाणा के सोनीपत में 3.0 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद मंगलवार दोपहर 3.51 और 3.52 बजे हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में एक मिनट के अंतर पर 3.1 और 3.2 तीव्रता के दो भूकंप आए। 5 फरवरी यानी मंगलवार को देश में छह बार भूकंप आया।
चंबा के बाद शाम 7.08 बजे पाकिस्तान के सीमाक्षेत्र पर 4.4 तीव्रता का, 7.33 बजे हिमाचल प्रदेश के मंडी में 3.8 तीव्रता का और फिर रात में 10.17 पर कश्मीर में 5.6 तीव्रता के बाद देर रात 2.41 बजे यहीं 4.4 तीव्रता के भूकंप से धरती हिली।