2- भारत-पाकिस्तान मैच पर आया कपिल देव का बयान कपिल बोले- हम सरकार के फैसले के समर्थन में। कपिल बोले, भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए।
वह चाहते हैं कि मैच का बहिष्कार ना किया जाए, बल्कि खेलकर पाक को मात दी जाए। उन्होंने कहा कि किसी देश के साथ द्विपक्षीय खेल संबंध को बंद किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब कोई टूर्नामेंट होता है तो इसका बहिष्कार करना आसान नहीं होता। ‘देश में सलाह देने का अधिकार सभी को है, जिसने कभी बल्ला भी नहीं पकड़ा वो भी सलाह देता है।’ मैं इमरान खान से बात नहीं कर सकता, अगर मैं प्रधानमंत्री होता तो जरूर बात करता।
3- रॉबर्ट वाड्रा की याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट का ईडी को निर्देश मनी लॉन्ड्रिंग केस में वाड्रा को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है। वाड्रा की याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने ईडी को दिया निर्देश। पांच दिन के भीतर रॉबर्ट वाड्रा को दस्तावेजों की प्रति सौंपे। कोर्ट में इस मामले से जुड़ी दो याचिकाओं पर सुनवाई की गई। याचिका में वाड्रा ने ईडी से 26 हजार पेज के दस्तावेजों की कॉपी मांगी थी। दूसरी याचिका में उन्होंने कहा कि बगैर दस्तावेज मुहैया कराए ईडी उनसे पूछताछ न करे। पिछले कई दिनों से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी वाड्रा से पूछताछ कर रहा है।
4- फारूक अब्दुल्ला बोले, फिलहाल टल गया भारत पाक युद्ध पाक पीएम के सलाहकार ने पीएम मोदी और सुषमा स्वराज से बात की, वह दोनों देशों के लिए अच्छी बात है। इससे दोनों देशों के बीच जंग का जो माहौल बन रहा था उसमें नरमी आएगी। सलाहाकार रमेश कुमार वंकवानी रविवार को पीएम मोदी और सुषमा स्वराज से नई दिल्ली में मिले थे। वंकवानी ने अपने पीएम इमरान खान का संदेश सभी से साझा किया था। उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद खुशी जाहिर की थी। इससे पहले 2018 में भी अब्दुल्ला ने इमरान के बयान की तारीफ की थी। उस वक्त इमरान ने भारत के साथ संबंध सुधारने की इच्छा जाहिर की थी।
5- पाकिस्तान का दोहरा रवैया, बनाए हाफिज सईद के आतंकी संगठन के दो नए फ्रंट दुनियाभर के दबाव के बाद पाक ने पिछले दिनों दिखावे की कुछ कार्रवाई की थी। पाक सरकार ने वैश्विक आतंकी हाफिज सईद पर दोबारा बैन लगाया था। अब जानकारी आई है कि हाफिज के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के दो नए फ्रंट बनाए हैं। यह कदम हाफिज के संगठन जमात-उद दावा को दुनियाभर की नजरों से बचाने के लिए उठाया गया है। भारतीय खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट की मानें तो यह कदम आईएसआई के इशारे पर उठाया गया है। जम्मू-कश्मीर मूवमेंट संगठन को जेयूडी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं रेस्क्यू, रिलीफ एंड एजुकेशन फाउंडेशन को एफआईएफ से जुड़ी गतिविधियों पर निगरानी रखने को कहा गया है।