ट्विटर का तर्क : …तो अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन
ट्विटर ने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि 1178 की सूची में मीडिया संस्थानों, पत्रकारों, कार्यकर्ताओं व राजनेताओं के अकाउंट शामिल हैं। जिस तरह की कार्रवाई के निर्देश सरकार ने हमें दिए हैं वह भारतीय कानून में मिले अभिव्यक्ति के अधिकार का उल्लंघन होगा।
‘आजादी’ नहीं होगी प्रभावित
ट्विटर ने जोर देकर कहा कि वह यूजर्स की अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन करती है। करना जारी रखेगी। इसके लिए सक्रियता से भारतीय कानून के तहत विकल्पों पर विचार कर रही है जो ट्विटर एवं उपयोगकर्ताओं के खातों को प्रभावित करते हैं।
इन अकाउंट पर कार्रवाई
ट्विटर ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को हर कदम की जानकारी दी है, जो निम्रवत है। कुछ अकाउंट को पूरी तरह सस्पेंड कर दिया है जबकि कुछ को जियो ब्लॉक यानी इंडिया में एक्सेस पर बैन किया है।
1- हिंसा, उत्तेजक, भड़काऊ सामग्री रोकने के लिए कदम उठाए
2- ऐसे हैशटैग ट्रेंड करने से रोकना, खोजने, अनुशंसा पर रोक
3- ट्विटर नियमों के उल्लंघन पर अकाउंट स्थायी रूप से बंद
4- भड़काऊ, हिंसा व गलत ट्वीट वाले अकाउंट ब्लॉक किए
विवाद की वजह
257 ट्विटर हैंडल जिनसे आपत्तिजनक पोस्ट
126 अकाउंट्स को ट्विटर ने ब्लॉक किया
1,178 हैंडल्स पर खालिस्तान से जुड़ाव का शक
583 अकाउंट्स को ट्विटर ने ब्लॉक कर दिया
100 के करीब अकाउंट का एक्सेस भारत में बैन
69्र(3) आइटी एक्ट के उल्लंघन पर जेल की धमकी
इसलिए अनब्लॉक किया : ट्विटर
ट्विटर ने कहा कि सरकार के आदेश के बाद कई अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था। लेकिन जांच में पाया कि उनका कंटेंट भारतीय कानून के मुताबिक ही है। इसलिए उन्हें फिर से अनब्लॉक कर दिया गया।
ट्रेंड कर रहा ट्विटर का विकल्प कू
ट्विटर की तरह भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘कू’ पर केंद्र सरकार से लेकर कई राजनीतिक व बॉलीवुड हस्तियां जुड़ रही हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने कू पर आने की अपील की है। यह ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में है। ट्विटर के लिए कू ही सबसे बड़ा विकल्प और खतरा माना जा रहा है।