मौसम ने बुधवार को करवट ली और मसूरी में बर्फबारी के साथ देहरादून में हल्की बारिश हुई। इससे ठिठुरन बढ़ गई है। बुधवार को दून में तापमान तीन डिग्री तक लुढ़क गया। शहर में कई इलाकों में दिन में भी आलाव जलाकर उसके आसपास लोग जमे रहे। वहीं, हिमपात की सूचना पर मसूरी और उसके आसपास की पहाड़ियों में पर्यटक उमड़ने लगे। मौसम विज्ञान केंद्र ने संभावना जताई है कि राज्य में कई स्थानों में अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
2500 मीटर या इससे ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात होने की संभावना है। पर्वतों में तापमान में गिरावट दर्ज होगी। मैदानों में हवाओं के साथ और ज्यादा ठिठुरन बढ़ेगी। मौसम विज्ञान केंद्र ने संभावना जताई है कि गुरुवार को भी पर्वतीय इलाकों में हल्का हिमपात और बारिश हो सकती है।
मसूरी से दून की तरफ सर्द हवाओं ने बुधवार को सर्द हवाओं के साथ ठिठुरन बढ़ा दी। दोपहर दो बजे तक आसमान में बादल छाये रहे। दोपहर तीन बजे के करीब बादल साफ हुये और धूप खिली। इससे दून घाटी को गुलाबी ठंड ने आगोश में ले लिया।
हिमालय से सटे मैदानी इलाके
पश्चिम विक्षोभ की वजह से हिमालय से सटे मैदानी इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश के आसार बन रहे हैं। इससे उत्तर भारत में ठंड बढ़ सकती है। इससे उत्तर भारत में ठंड बढ़ सकती है। मैदानी इलाकों छत्तीसगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रहेगा। जगदलपुर में विजिबिलिटी 50 मीटर, बरेली और त्रिचुरापल्ली में विजिबिलिटी 500 मीटर दर्ज की गर्इ।
एक तरफ जहां पश्चिम विक्षोभ के कारण हिमालय से सटे मैदानी इलाके हैं वहीं बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले 72 घंटों के दौरान यहां से उठा तूफान दक्षिणी आंध्र प्रदेश और उससे लगे आंध्र प्रदेश के तट से टकरा सकता है। इससे दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में मौसम खराब हो सकता है और यहां आंधी-तूफान, गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है।