केदारनाथ धाम में सोमवार शाम छह बजे से शुरू हुई बर्फबारी मंगलवार देर शाम तक जारी रही। यहां छह फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। केदारपुरी में तापमान माइनस में रहा। यहां अधिकतम तापमान माइनस 10 दर्ज किया गया। वहीं मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर करीब 15 किमी जाम लगा रहा। हजारों स्थानीय लोग और पर्यटक सुबह 11 बजे से शाम तक मार्ग पर ही फंसे रहे।
केदारघाटी, कालीमठ घाटी, मद्महेश्वर घाटी के ऊपरी गांवों में देर शाम तक बर्फबारी होती रही। यहां चार फीट तक बर्फ जमने से पैदल रास्ते बंद हो गए हैं। जिले में दिलमी, चौमासी, करोखी, पेंज, जाल तल्ला, गड्गू, गिरीया, झुडोली, पाटा, रांसी, गौंडार आदि गांवों में बर्फबारी से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी में 10 वर्ष बाद बर्फ गिरी है। चमोली जिले में सोमवार को देर रात से शुरू हुआ बारिश और बर्फबारी का सिलसिला मंगलवार को भी दिनभर जारी रहा। बदरीनाथ धाम में चार फीट, हेमकुंड साहिब में पांच फीट और औली में दो फीट बर्फ जमी हुई है।
अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पर भारी बारिश और मध्यम हवा चलने की संभावना है। कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में इस दौरान बर्फबारी के अलावा बारिश होने की भी संभावना बन रही है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश से दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है।